फ़िरदौस ख़ान जी का लेख चोरी हो गया है. चोरी का यह लेख मेरी खबर. कॉम पर किसी चंदन भाटी के नाम से बाड़मेर से प्रकाशित किया गया है.
मेरी खबर. कॉम इस तरह के घृणित कार्य से देश और समाज को क्या संदेश देना चाहता है, समझ से परे है. इस घृणित कृत्य (चोरी) की जितनी निंदा की जाए कम है.
हमें ऐसी चोरियों के खिलाफ एकजुट होना होगा, वरना उनका दुस्साहस बढ़ता जाएगा.
आपका क्या कहना है?
हमें ऐसी चोरियों के खिलाफ एकजुट होना होगा, वरना उनका दुस्साहस बढ़ता जाएगा.
आपका क्या कहना है?
बेहद शर्मनाक...
ReplyDeleteइस घृणित कृत्य (चोरी) की जितनी निंदा की जाए कम है.
ReplyDeleteमेरी खबर. कॉम मेरी खबर.कॉम जवाब दे.
इस घृणित कृत्य (चोरी) की जितनी निंदा की जाए कम है.
ReplyDeleteमेरी खबर. कॉम मेरी खबर.कॉम जवाब दे.
चोरों के खिलाफ एकजुट होना होगा, वरना उनका दुस्साहस बढ़ता जाएगा
ReplyDeleteमेरी खबर. कॉम इस तरह के घृणित कार्य से देश और समाज को क्या संदेश देना चाहता है, समझ से परे है.
ReplyDeleteसहमत
मेरी खबर. कॉम इस तरह के घृणित कार्य से देश और समाज को क्या संदेश देना चाहता है?
ReplyDeleteमेरी खबर. कॉम इस तरह के घृणित कार्य से देश और समाज को क्या संदेश देना चाहता है?
ReplyDeleteमेरी खबर. कॉम इस तरह के घृणित कार्य से देश और समाज को क्या संदेश देना चाहता है?
ReplyDeleteमेरी खबर.कॉम जवाब दे-
ReplyDeleteमेरी खबर. कॉम इस तरह के घृणित कार्य से देश और समाज को क्या संदेश देना चाहता है?
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteचोरों के खिलाफ एकजुट होना होगा, वरना उनका दुस्साहस बढ़ता जाएगा.
ReplyDeleteठीक कहा है
सभी का हार्दिक आभार
ReplyDeleteजिसे चुराना हो वह मेरे लेख चुरा ले ।
ReplyDeleteइस बात की खबर आप मेरी खबर .कॉम को दीजिये .
ReplyDeleteशायद उनको पता न हो .वो उसके खिलाफ कुछ करे
उस लेख का लिंक डाल देते तो सब पड़ लेते
लेख़ चोरी हो गया ? लें चोर क्या ले गया? मेरा लेख़ जब चोरी होता है तो मैं खुश हो जाता हूँ, की चलो मेरा शांति सन्देश और आगे बाधा, मुफ्त मैं, क्योंकि नाम के लिए जो लिखता है उसे तकलीफ होती है. यह और बात है जिसने चुराया है उसने अगर खुद का नाम लेखक की तरह लिखे है तो वोह सही नहीं.
ReplyDeleteउन साहब के खिलाफ़ रजिष्टर्ड नोटिस भेजता हूं
ReplyDeleteबहुत ही शर्मनाक बात है!
ReplyDeleteप्रेमरस.कॉम
@Alok Mohan
ReplyDeleteमेरी ख़बर.कॉम को लेख चोरी की सूचना दी जा चुकी है, लेकिन अभी तक कोई जवाब नही आया है.
@एस.एम.मासूम
ReplyDeleteकिसी भी लेख का उपयोग उसके लेखक के नाम के साथ ही किया चाहिए. किसी और के लेख को अपने नाम के साथ प्रकाशित करना चाहिए तो 'चोरी' ही है.
बेहद शर्मनाक....
ReplyDeleteबेहद शर्मनाक्।
ReplyDeleteबहुत ही शर्मनाक बात है!
ReplyDeleteharishan tala majbooti ka wada
bharose ka prateek